Saturday, March 23, 2013

तुझको बयाँ करने का बेहतर ढंग बता -ऐ इश्क ..
आवाजों में ,शक्लों में ,तो ढलता है खुदा भी ....!!!

अनजान पथिक 
(निखिल श्रीवास्तव )

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