दरिया सी ज़िन्दगी पे सदके हज़ार जानें ,
मुझको नहीं गँवारा साहिल की मौत मरना ||
Sunday, January 15, 2012
है पल दो पल की सब बातें ,है पल दो पल के सब मंज़र मेरी ये ज़िन्दगी मेरी तभी जब तक हो तुम अन्दर ... नहीं रोकेंगे जाओ तुम कहीं , हमें मालूम है इतना .. मोहब्बत की सभी राहें खत्म होंगी तो बस हम पर .....||
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